NAI SUBEH
फ़रिश्ता को कभी आपने देखा है क्या ?
मन्दिर के पुजारी का चुनाव
प्रसांगिक कथा
जहाँ चाह है वहाँ राह है: अच्छे काम के लिए एक कदम आप आगे तो बढ़ाइए
नेकी का फरिश्ता
उस बुजुर्ग की एक छोटी सी सीख ने बदल दी मेरी सोच
सभी को सफलता क्यों नहीं मिलती?
क्या होगी आपकी राय?
ऐतिहासिक सारागढ़ी के युद्ध में 21 सिख जवानों के शौर्य व बलिदान की गाथा
वह सब की सुनता है ओर सबकी मदद करता है
ऐसा हो ही नहीं सकता
“ज्यादा सोचने वाले लोगों के लिए ”
जब तक हम दूसरों की अपमानजनक बातों पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक हमें क्रोध नहीं आएगा
साधु के प्यार के जादू ने चोर को साधु बना दिया
“अंदाज़ा ना लगाए”
कुछ तो लोग कहेंगे
किसी भी लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पहले उसके बारे में पूरा ज्ञान हासिल करना जरूरी
टिया – एक तोते की घर वापसी का सफर
ईमानदारी का फल
परमात्मा प्राप्ति किसे होती है ?
एक प्रेरणदायक कहानी
मदद: ऐसा लगा जैसे मैंने ईश्वर से बात की हो !
‘ये हैं तुम्हारे ब्राह्मण ! जिन्हें ब्रह्म देवता कहा जाता है ?’
जंगल के स्कूल की परीक्षा का परिणाम
जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने खाया एक गरीब भारतीय लड़की का झूठा चावल
सुख-शांति चाहते हैं तो मित्रों, रिश्तेदारों और अपने लोगों की बुराई नहीं करना चाहिए
कर्म और व्यवहार
किन छह को कभी छोटा यानी कमजोर नहीं समझना चाहिए।
संतुष्टि के बिना मन को शांति नहीं मिल सकती है
अदृश्य आशीष: बहू, ज़रा मेरा चश्मा तो साफ़ कर दो
जीवन में दोनों आवश्यक हैं। कभी मौन रहना, और कभी मुस्कुराना
जब दो रिश्तेदारों में विवाद हो जाए तब हमें मौन रहना चाहिए, रिश्ते टूट सकते हैं
अगर हम भागेंगे तो विपत्तियां और ज्यादा बढ़ेंगी
पूजा-पाठ करते समय मन को भटकने नही देना चहिए
अपनी ऊर्जा को अच्छे काम को पूरा करने में लगाना चाहिए
मै न होता, तो क्या होता?
श्रीकृष्ण का लॉकडाउन
जीवन मे दुःखो के लिए कौन जिम्मेदार है?
गुलाम की सीख