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ऑर्गेनिक टमाटर: जानिए जैसे घर में ही उगा सकते हैं
कैसे करें पॉटिंग मिक्स तैयार:
अगर आप अपने गार्डन की कोई पुरानी मिट्टी ले रहे हैं या फिर कहीं से भी मिट्टी ला रहे हैं तो इसे कुछ दिन धूप में फैलाकर सूखा लें। 4-5 दिन तक इसे धूप में सुखाएं और बीच-बीच में पलटते रहें। इससे मिट्टी में अगर पुराने कोई रोग होते हैं तो वह खत्म हो जाता है। इसके बाद, आप मिट्टी में कोकोपीट या फिर लकड़ी का बुरादा भी मिला सकते हैं। अब इसमें लगभग 10% गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट मिला लें। आपका पॉटिंग मिक्स तैयार है। अब आप इसे गमलों में भर सकते हैं। ज़रूरी नहीं है कि आप बाहर बाज़ार से ही गमला खरीदें, आप पुरानी बाल्टी या प्लास्टिक का कोई बड़ा डिब्बा भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहे कि ड्रेनेज के लिए आप इस गमले की तली में नहीं बल्कि नीचे की तरह से साइड में छेद करें। इससे आपको छेद दिखता रहेगा और अगर कभी यह बंद हो जाएगा तो आपके लिए खोलने में भी आसानी रहेगी। अब आप इसमें मिट्टी भरकर गमला तैयार कर लें।
कैसे पौधे बनाएं:
टमाटर का पौधा तैयार करने के लिए आप या तो ताज़ा बीज खरीद लें या फिर देसी टमाटर का इस्तेमाल करें। अगर आप देसी टमाटर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इससे भी टमाटर उगाना बहुत ही आसान है। आप टमाटर को सीधा वर्टीकल न काटकर, इसे हॉरिजॉन्टल तरीके से काटकर स्लाइस करें। इससे बीजों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।
अब आपको पहले किसी छोटे गमले में पौधा तैयार करना चाहिए क्योंकि टमाटर का पौधा बढ़ता है और फैलता भी है तो एक बड़े गमले में आप एक ही टमाटर का पेड़ लगा सकते हैं। इसलिए आप पहले पौधा तैयार कर लें और फिर इसे ट्रांसप्लांट करें। पौधे के लिए आप कोई भी छोटे पेपर कप या फिर अखबार के बने प्लांटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन छोटे प्लांटर्स में आप पॉटिंग मिक्स डाल लें और अब इनमें टमाटर के स्लाइस सीधा रख सकते हैं या फिर इनमें से सिर्फ बीज निकालकर भी सीधा लगा सकते हैं। बीज लगाने के बाद आप ऊपर से हल्की-हल्की मिट्टी भी डाल दें और पानी छिड़काव करके दें।
- अब इन प्लांटर्स को आप ऐसी जगह रखें जहाँ बहुत ज्यादा धूप न आती हो यानी की हल्की-हल्की छांव में।
- नियमित रूप से पानी का छिड़काव करते रहें, बहुत ज्यादा पानी न भरें बस ज़रूरत के हिसाब से डालें।
- 8-10 दिनों में टमाटर का पौधा तैयार हो जाएगा।
कैसे ट्रांसप्लांट करें:
पौधा तैयार होने के बाद इसे अलग-अलग थोड़े बड़े गमलों में लगाना होगा। पौधों को बहुत ही ध्यान से निकालें ताकि इनकी जड़ को कोई नुकसान न हो। एक पौधे को एक गमले में लगाएं और पानी दें।
कैसे करें देखभाल:
- पानी नियमित तौर पर दें और अगर आपके गमले की मिट्टी में नमी है तो आप एक-दो दिन के अंतराल पर भी पानी दे सकते हैं।
- वैसे तो सब्ज़ियों के पौधे धूप में ही रखने चाहिए लेकिन अगर बहुत तेज धूप है तो आप हल्की छाँव में रख सकते हैं।
- जब टमाटर का पौधा थोड़ा बड़ा होने लगे तो आप घर पर बने माइक्रो-न्यूट्रीएंट का स्प्रे करें। माइक्रो-न्यूट्रीएंट बनाने के लिए आप वेस्ट-डीकम्पोजर में गुड़, आंवला, और छाछ को मिलाकर रख दें। लगभग 1 महीने तक रहने दें और हर रोज़ इसे सीधी और उलटी दिशा में हिलाते रहें। एक ही बार में बनाकर आप इसे स्टोर कर सकते हैं।
- इसके अलावा, आप फल और सब्जियों के छिलकों को भी पानी में भिगोकर रख दें और एक-डेढ़ हफ्ते बाद इस पानी को भी आप पेड़ों पर स्प्रे कर सकते हैं।
- एक महीने बाद, जब टमाटर के पौधों पर फूल आना शुरू हो जाए तो आप हल्की सी गुड़ाई करके गोबर की या फिर घर पर बनी खाद डाल सकते हैं।
- लगभग तीन महीने बाद आपको टमाटर मिलने शुरू हो जाएंगे और इसके दो-तीन महीने तक आपको फल मिलेंगे।
- आप अलग-अलग बैच में भी पौधे लगा सकते हैं ताकि आपको ज्यादा समय तक टमाटर मिलता रहे।